कालसर्प दोष क्या है और इससे मुक्ति पाने की संपूर्ण विधि

भारतीय ज्योतिषशास्त्र में कालसर्प दोष एक ऐसा दोष माना जाता है जो व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रहों के राहु और केतु के बीच आ जाने से बनता है। यह योग व्यक्ति के जीवन में आर्थिक , पारिवारिक , मानसिक व शारीरिक कष्ट उत्पन्न कर सकता है। हालांकि , उचित पूजा विधि से इसे शांति प्रदान की जा सकती है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर ( नासिक ) में विशेष कालसर्प दोष निवारण विधि के तहत यह पूजा की जाती है , जहाँ अंकित गुरुजी जैसे अनुभवी पंडित इस पूजा को शास्त्रोक्त विधि से कराते हैं। कालसर्प दोष के लक्षण : कालसर्प दोष के कई प्रभाव होते हैं जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कष्ट देते हैं। इसके मुख्य लक्षणों में शामिल हैं : बार - बार असफलता और निराशा विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में समस्या करियर में रुकावटें मानसिक तनाव , डर और असुरक्षा अचानक आर्थिक नुकसान बुरे सपने और सर्पों से डर यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष के लक्षण दिखते हैं , तो यह संकेत हो सकता है कि आप...